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यास तूफान क्या हैं?
यास तूफान बंगाल की खाड़ी से शुरू होने वाला एक बहुत ही भयंकर व तबाही मचाने वाला तूफान है। सूत्रों से पता चला है कि यह तूफान बंगाल की खाड़ी से निकलकर भारत देश के साथ अलग-अलग राज्यों में अपना प्रभाव दिखाएगा। ऐसा माना जा रहा है कि पूर्वी तट पर भी इसका भयंकर कहर देखने को मिलेगा।
अभी हाल ही में ताऊ के नाम के तूफान के बाद IMD (Indian Meterological Department) द्वारा इसके कहर मचाने की जानकारी दी गई है।
ऐसा माना जा रहा है कि इम्फन (Emphan Cyclone) तूफान के बाद यास तूफान भी तबाही मचाने में अव्वल दर्जे का होगा। इसके चलते कई राज्यों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
यास तूफान का प्रभाव (Effects)
आईएमडी की सूचना के अनुसार यास तूफान एक गंभीर तूफान के रूप में 26 मई को पश्चिम बंगाल व उड़िसा के क्षेत्रों में तबाही मचाएगा। इसके साथ कई अन्य क्षेत्रों में भी इसके भारी नुकसान देखने को मिलेंगे। इसके साथ ही साथ भारत देश के 7 राज्यों में भी इसका प्रभाव देखने को मिलेगा।
यह 7 राज्यो में प्रदेश तमिल नाडु, अंडमान एंड निकोबार, झारखंड व केरल के तटवर्ती इलाके भी शामिल है। इसके चलते इन सब जगह पर बचाव के लिए संसाधन इकट्ठे हो चुके हैं।
यास तूफान का नामकरण किसने किया? – (Who named it yaas)
यास तूफान का नामकरण एक चर्चित देश ‘ओमान’ के द्वारा किया गया है जिसकी राजधानी मस्कट व मुद्रा ओमानी रियाल है। ओमान देश के प्रधानमंत्री/सुल्तान महामहिम हैथम बिन तारिक जी हैं।
वही बीते दिन आये ताऊते का नामकरण म्यांमार देश ने किया था जिसकी राजधानी नेपितहो हैं।
यास तूफान की रफ्तार कितनी हैं? (Speed)
यास तूफान की रफ्तार 155 से 165 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना है। इसकी रफ्तार 185 किलोमीटर प्रति घंटा तक भी पहुंच सकती है जोकि बहुत तेज है। अनुमान यह भी है कि यास तूफान पश्चिम बंगाल उड़ीसा में भारी तबाही मचाएगा।
यास तूफान से बचने के लिए उठाए गए सरकारी कदम
1- ट्रेनों को किया गया रद्द
यास तूफान के भयंकर तबाही के अनुमान को देखते हुए दिल्ली से चलकर पुरी और भुवनेश्वर को जाने वाली ट्रेनो को आगामी निर्णय आने तक के लिए रद्द कर दिया गया है। कुल मिलाकर अभी तक 19 ट्रेनो को रद्द कर दिया गया है। हालांकि जल्दी यह ट्रेनें फिर से शुरू हो जाएंगे ताकि लोगों को असुविधा ना हो।
2- राहत सामग्री पहुंचाई गई
भयंकर तबाही के आसार को देखते हुए कोलकाता पोर्ट ब्लेयर में वायु सेना द्वारा 21 टन राहत सामग्री पहुंचाई गई। राहत सामग्री के साथ-साथ जवानों को भी इस तूफान से लड़ने के लिए भेजा गया।
3- NDRF के जवानों को तैनात किया गया
भीषण तबाही को देखते हुए वायु सेना के 34 NDRF जवानों को तैनात किया गया। वायु सेना पूरी तरीके से यास तूफान से लड़ने के लिए तैयार है। उड़ीसा राज्य में NDRF की 22 टीमें मजबूती से तैनात (deploy) है।
भारतीय वायु सेना के 11 परिवहन विमान एवं 25 हेलीकॉप्टर भी सफलतापूर्वक तैनात किए गए हैं।
4- हाई अलर्ट जारी किया गया
भारत देश के पश्चिम बंगाल व उड़ीसा एवं अन्य कई राज्यों में हाई अलर्ट जारी किया गया। 23 मई को प्रधानमंत्री मोदी जी ने इस पर हाई लेवल बैठक समीक्षा की।
14 अलग-अलग जिलों में यास तूफान के कारण हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। भारतीय नौसेना के चार जहाज भी बचाव राहत के लिए तैनात किए गए हैं।
विशाखापट्टनम में INS डेगा व INS रजाली तैनात कर दिया गया है जिससे कि काफी हद तक इस तूफान के तबाह को रोका जा सके।
तो दोस्तों आज हमने यास तूफान पर निबंध (Essay on Yaas Cyclone in hindi) के अंतर्गत उस पर महत्वपूर्ण जानकारी पढ़ी। हम आशा करते हैं कि या जानकारी आपके लिए सहायक होगी।
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